
देवशयनी एकादशी 2025 | Devshayani Ekadashi 2025
हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। इसे हरिशयनी एकादशी और पद्मा एकादशी के नाम से भी जाना
हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। इसे हरिशयनी एकादशी और पद्मा एकादशी के नाम से भी जाना
हिंदू धर्म में योगिनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई
शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी जी और संतोषी माता को समर्पित है। इस दिन को शुक्र ग्रह का दिन माना
बृहस्पतिवार व्रत कथा (Guruvar/Brihaspativar Vrat Katha) प्राचीन काल में एक राज्य में एक दानी राजा और उनकी रानी रहते थे।
मंगलवार व्रत भगवान हनुमान जी को समर्पित है। इसे रखने से भक्तों को हर प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती
शनिवार व्रत का विशेष महत्व है क्योंकि यह व्रत शनि देव की पूजा के लिए किया जाता है। शनि देव
शुक्रवार व्रत माता लक्ष्मी को समर्पित है। यह व्रत विशेष रूप से धन-धान्य, सुख-समृद्धि, पारिवारिक सुख, और विशेष रूप से
बुधवार व्रत भगवान श्री गणेश को समर्पित है। यह व्रत विशेष रूप से ज्ञान, बुद्धि, व्यापार और परिवार में सुख-शांति
प्रदोष व्रत विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा से संबंधित एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो प्रत्येक माह के त्रयोदशी
सोमवार व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इसे करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और उसे सुख-शांति
मासिक शिवरात्रि जनवरी 2025 : स्कंद पुराण में चार मुख्य शिवरात्रियों का उल्लेख है। नित्य शिवरात्रि पहली शिवरात्रि है जो
पौष पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक पवित्र पर्व है, जो पौष मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस
निर्जला एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है क्योंकि महाभारत
अपरा एकादशी, जिसे अचला एकादशी भी कहा जाता है, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती
वरूथिनी एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। “वरूथिनी” शब्द का
पापमोचनी एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। जैसा कि नाम
मोहिनी एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में अत्यधिक पुण्यदायी माना जाता है। यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी
विजया एकादशी फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इसका नाम “विजया” इसलिए पड़ा क्योंकि यह व्रत सफलता,
कामदा एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह व्रत अपनी
जया एकादशी माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इसे भगवान विष्णु की विशेष कृपा पाने का दिन
षट्तिला एकादशी माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इसका नाम “षट्तिला” इसलिए पड़ा क्योंकि इस
पुत्रदा एकादशी हिंदू धर्म में विशेष रूप से उन दंपतियों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है जो संतान सुख की
आमलकी एकादशी फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु और आंवले के वृक्ष की
Basant Panchami : बसंत पंचमी, जिसे श्री पंचमी या सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है, भारत का